वृद्धा पेंशन न मिलने से वृद्ध महिला दर-दर भटकने को मजबूर कौन सुनेगा उनकी परेशानी हजूर
पेंशन दिलाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे कि कब से दिलाएंगे
खबर है शहडोल जिले के जनपद पंचायत बुढार क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत टेंघा का मामला सामने आया है जहां पर वृद्धा पेंशन न मिलने से वृद्ध दर बदर भटकने को मजबूर ऐसे बुजुर्गों का कोई सुनने को नहीं है तैयार
यह मामला ग्राम पंचायत टेंघा के सराईहा टोला जहां पर एक वृद्ध महिला को 5 महीने से वृद्धा पेंशन नहीं मिल रहा है इसके लिए वह ग्राम पंचायत के कई बार चक्कर काट चुकी है लेकिन ग्राम पंचायत सेक्रेटरी रोजगार सहायक के द्वारा उनका हर महीने हर हफ्ते ग्राम पंचायत का चक्कर लगवाया जा रहा है महिला ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि मैं इस चिलचिलाती धूप में टेंघा पंचायत भवन का चक्कर लगाती हूं ग्राम पंचायत से सरैहा टोला लगभग तीन से चार किलोमीटर पड़ता है लेकिन मैं हर महीने ग्राम पंचायत के चक्कर लगाती हूं मेरे पास खाने का चावल नहीं है पेंशन के दम पर मैं अपना जीवन यापन करती हूं और महिला यह भी बताया कि जिस दुकान से वह राशन लेती है उसका ₹600 उधारी बकाया है जो अब वह भी सामान देने से मना कर दिया है लेकिन ग्राम पंचायत के अधिकारियों कर्मचारियों को जरा भी रहम नहीं आता बुजुर्ग महिलाओं के ऊपर एक तरफ प्रदेश सरकार जनता के हित के लिए योजनाओं का भंडार देते जा रहे हैं लेकिन जमीनी स्तर पर कर्मचारियों के द्वारा की लापरवाही की जाती है कि ग्रामीण जनता पंचायत के अधिकारियों से बहुत परेशान नजर आ रहे हैं पब्लिक के दम पर राज करने वाले ग्राम पंचायत के सरपंच और पांच चक्की की ओर जरा भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है यह तो वही वाली कहावत है पेंशन हम दिलाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे सेक्रेटरी होते हैं ग्राम पंचायत के बॉस वह जिसको मर्जी पड़े योजना का लाभ दिलाएंगे और जिसको मर्जी नहीं पड़ेगा तो नहीं दिलाएंगे यह हाल है ग्राम पंचायत का लेकिन यह बुजुर्ग महिला जिसका क्या बिगाड़ा है जो इसको बार-बार ग्राम पंचायत का चक्कर लगवाते है यह महिला शासन प्रशासन से गुहार लगा रही है कि मेरा पेंशन दिलाया जाए ऐसे ग्राम पंचायत के कर्मचारी एवं अधिकारी के ऊपर कब होगी कार्रवाई देखने वाली बात यह है कि खबर प्रकाशित करने के बाद क्या कार्रवाई की जाती है
0 Comments