संभाग आयुक्त महोदय को संभाग के तीनों जिलों के प्रतिनिधियों ने समस्याओं का सौंपा ज्ञापन भूपेश शर्मा
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शहडोल जानकारी अनुसार पूरे शहडोल संभाग में अनूपपुर उमरिया एवं शहडोल जिलों में आए प्राइवेट कंपनियों के द्वारा खुलेआम किसानों को लूटा जा रहा है औने पौने दाम पर जमीनों की रजिस्ट्री कर के शासन के निचले स्तर के कर्मचारी एवं पंचायत प्रतिनिधियों से मिलकर कब प्रस्ताव ,अनापत्ति प्रमाण पत्र ले लिया जाता है सब काम कागज पर हो रहा है जैसे कागज के कोरम पूर्ति होती है अचानक कंपनियों के द्वारा हमला बोल दिया जाता है उदाहरण स्वरूप अनूपपुर जिले में कोतमा कोलबासुरी, तो दूसरे एरिया में बेलसपन, तो जैतहरी में मोजर बेयर थोड़ी शहडोल के तरफ़ बढ़ते हैं तो रामपुर बटूरा खुली खदान परियोजना यह योजना एसईसीएल केंद्र सरकार की है यहां भी शासन के एजेंट के द्वारा खुलेआम किसानों के साथ अत्याचार हो रही है जमीन अधिग्रहण कर प्रोडक्शन भारी तादाद में निकालना चालू है विस्थापन की कार्यवाही नहीं हो सकी मुआवजा आधा अधूरा हुआ लगातार किसान संघर्ष कर रहे हैं अगले कदम में शहडोल के सोहागपुर तो दूसरी तरफ उमरिया की पाली इन दोनों ब्लॉकों में लगे गांव खमरिया कला ,खमरिया खुर्द ,शाहपुर, कुशवाहा खुर्द कुशवाहा कला एवं अन्य आसपास के प्रभावित गांव के किसानों के साथ खुलेआम अत्याचार हो रही हैयहां सड़ा एनर्जी कंपनी लूटने आई है जहां-जहां अभी प्राइवेट कंपनी हैं सब जगह बाहर के लोगों को लाकर भरती कर लिया है स्थानीय बेरोजगार घूम रहे हैं इसके साथ सरकार के साथ जो भी समझौता होती है कहीं भी पालन नहीं हो रहा है मौके पर जाकर देखा जा सकता है इस विषय को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता सर्व सेवा संघ युवा संघ के राष्ट्रीय संयोजक भूपेश शर्मा शहडोल से रविकांत द्विवेदी पेंशनर एसोसिएशन के श्री के पी महिंद्रा, प्रवीण नामदेव ,कुशवाहा उप सरपंच रामकिशोर पटेल जी इन लोगों के नेतृत्व में तीनों जिले के सैकड़ो किसानों के द्वारा गांधी चौराहे में आकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को माल्यार्पण कर पदयात्रा करते हुए संभाग के मुखिया संभाग आयुक्त महोदय श्रीमती सुरभि गुप्ता को ज्ञापन सौंपा ज्ञापन सौंपने के बाद लोकप्रिय कमिश्नर संभाग शहडोल श्रीमति गुप्ता मैडम जी के द्वारा विस्तार से किसानों को बहुत सहज सुना इसके पश्चात किसानों ने निवेदन पूर्वक चेतावनी दिया 15 दिवस के अंदर भिन्न-भिन्न गांव की समस्याओं पर गंभीरता से विचार नहीं किया जाता है तो हम जगह-जगह संघर्ष के मोर्चा खोलकर कंपनियों के काम को बंद करेंगे जब तक की हमारे यहां के बेरोजगारों को रोजगार बिजली, पानी ,सिंचाई सुविधा, पर्यावरण एवं अन्य मुद्दों को समाधान नहीं करेंगे तब तक हम तीनों जिलों में किसानों के द्वारा मिलकर संभाग मुख्यालय में अपना मोर्चा खोलेंगे जिसकी जिम्मेदारी संभाग आयुक्त महोदय एवं तीनों जिले के जिला प्रशासन की होगी और इतना ही नहीं चाहे कंपनी सरकारी हो या प्राइवेट कंपनियों को भी हम चेतावनी देते हैं नियमों का पालन करते हुए रोजगार और विस्थापन पर विशेष अमल किया जाए और जो कंपनी जमीन क्रय किया है वह अभी यहां व्यापार करने उतरे हैं उदाहरण स्वरूप जमीन कोतमा ब्लॉक में विलसपन के द्वारा खरीदा गया और अडानी को बेचा जा रहा है किसानों का कहना है हम किसानों की जमीन को खरीद कर इतने समय रोक रखे हैं सरकार की जो राजस्व रेट है उसके आधार पर विलसपन किसानों की जमीन किसानों को वापस करें हम किसी भी तरह से अन्य किसी कंपनी को माटी की मोल में हस्तांतरण नहीं होने देंगे हमारे तीनों जिले शहडोल ,उमरिया ,और अनूपपुर आदिवासी जिला है यहां पर हमें सासन मध्य प्रदेश के द्वारा अधिकार दिया गया है जब तक हम अपनी अनापत्ति प्रदान नहीं करेंगे तब तक हमारे जमीनों पर किसी भी तरह से कोई कंपनी खोलकर काम चालू नहीं कर सकेगा इसके बावजूद भी यहां पर आए दिन रोज नए-नए कंपनियों का आगमन हो रहा है मनमानी तौर पर हमारे यहां के खनिज संपदा का खुलेआम दोहन हो रहा है हमारे यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासन सहित संभाग आयुक्त महोदय से आग्रह है इस विषय पर तत्परता गंभीरता दिखाते हुए तीनों जिलों के युवा किसान मजदूर महिलाओं सहित सभी के हित को ध्यान रखते हुए कोई भी गलत तरीके से हमारे यहां के जमीनों का दोहन ना करें और ना ही माटी के भाव खनिज संपदा लेकर दुरुपयोग करें
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