अजब है शहडोल गजब है शहडोल संभाग में भ्रष्टाचार का खुल रहा है पोल
गोहपारू ब्लॉक के भादवाही ग्राम पंचायत में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने मात्र 1 घंटे में खा गए 14 किलो ड्राई फ्रूट
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शहडोल जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में शहडोल के आला अधिकारियों के द्वारा की गई अनियमिताओं का मामला प्रकाश में आया है शहडोल के गोहपारू ब्लॉक के भादवाही ग्राम पंचायत में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने मात्र 1 घंटे में 14 किलो ड्राई फ्रूट का सेवन किया जिसका खर्च जनता के पैसों से उठाया गया यह मामला न केवल भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा को उजागर करता है बल्कि सरकारी खर्च के प्रति अधिकारियों की संवेदनहीनता भी दर्शाता है इस कार्यक्रम में कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ एसडीएम और अन्य कई आला अधिकारी शामिल हुए थे इन अधिकारियों ने 5 किलो काजू 6 किलो बादाम और 3 किलो किशमिश खाकर एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया इसके अलावा इन्होंने 6 लीटर दूध में 5 किलो शक्कर मिलाकर चाय का भी सेवन किया इस कार्यक्रम का आयोजन भादवाही ही ग्राम पंचायत द्वारा किया गया था जिसके लिए दी गई राशि का भुगतान विवादित बिलों के माध्यम से किया गया है अधिकारियों के नाम पर जो बिल जारी किया गया उसमें ड्राई फ्रूट का खर्च दिखाया गया यह भी चर्चा है कि अधिकारियों के आगमन के लिए ग्राम पंचायत में उचित व्यवस्था की थी लेकिन यह सब सरकारी धन के दुरुपयोग की कहानी बयां करता है फर्जी बिलिंग का मामला सरकारी दस्तावेजों के अनुसार 13 किलो ड्राई फ्रूट के लिए 19010 का भुगतान किया गया जिसमें अन्य सामग्री जैसे 30 किलो नमकीन और 20 पैकेट बिस्किट का भी खर्चा मिल है इस मामले में सबसे चौंकाने वाला तत्व यह है कि काजू कीमत में भारी अंतर देखा गया एक किलो काजू ₹1000 खरीदा गया जबकि उसी दिन एक अन्य विक्रेता से काजू ₹600 प्रति किलो उपलब्ध था
क्या शहडोल संभाग में भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है अधिकारी और कर्मचारी समय-समय पर भ्रष्टाचारी या ऐसा कहें कि भ्रष्टाचार करते पाए जाते हैं
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