शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय बीरौडी किचन सेट हुआ जर्जर जान जोखिम में डालकर महिलाएं बना रही हैं बच्चों के लिए खाना
खबर है मध्य प्रदेश के शहडोल जिले से जहां पर बात करें स्कूलों की तो जिले कई स्कूल ऐसे हैं जहां बच्चों को बैठाना ही नहीं चाहिए फिर भी मजबूरी में बच्चों को बिठाया जा रहा है ऐसे जर्जर भवन हादसों को दे रहा दावत
अब बात करें शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय बीरौडी का वहां का भी हालत कुछ ठीक नहीं लग रहा है मामला किचन का है कई साल पुराने किचन सेट बने हुए हैं लेकिन अब वह किचन सेट गिरने की कगार पर है जब हमारी मीडिया की टीम अचानक स्कूल में पहुंचा तो देखा गया कि खाना बनाने वाली महिलाएं पत्रकारों को देखकर खुशहो गए क्योंकि अब महिलाओं को लगा कि अब हम अपनी परेशानी मीडिया के माध्यम से अपने विभाग तक पहुंचाएं टीचर का भी कहना है कि हम कई बार लिख कर दे चुके हैं लेकिन आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नहीं हो सका खाना बनाने वाली महिलाओं के द्वारा बताया गया कि सर हम खाना बनाते हैं लेकिन खाना बनाते-बनाते ऊपर की जो छत की परत है हमारे ऊपर गिरते है और जब हम लोग इनके हालात देखा तो वाकई चौंकाने वाला ऐसे जर्जर भवन में कैसे खाना बनाती है महिलाएं वहां तो किसी भी समय कोई भी हादसा हो सकता है लेकिन शहडोल जिले में लगातार बारिश को देखते हुए नदी नाले उफान पर तो है ही लेकिन यह जर्जर किचन सेट के ऊपर बारिश का बहुत असर पड़ रहा है ऐसा ना हो जाए की कोई अनहोनी घटना ना घट जाए फिर इसका जिम्मेदार कौन होगा जब विभाग को लिखकर दिया गया है आज 2 साल 3 साल से लिख कर दिया जा रहा है तो विभाग इसमें ध्यान क्यों नहीं दे रहे हैं कल को जब कोई हादसा हो जाएगा तभी खुलेगी आंख होता तो यही चला आ रहा है कि जब कभी कोई हादसे हो जाते हैं तब फिर अधिकारियों की आंख खुलते हैं इससे पहले नहीं हो सकता कुछ
अब बात करें स्कूल की आंगन की आंगन में लबालब भर जाता है बारिश का पानी और स्कूल आने में विद्यार्थियों को हो रही परेशानी जब बारिश के पानी एक जगह जमा होता है तो उस जगह पर चिकनापन होने लगता है जिस पैर फिसलने का डर बना ही रहता है स्कूल के आंगन में ना तो पानी निकासी का व्यवस्था किया गया है की बारिश का पानी कहीं बाहर चला जाए क्या व्यवस्थाएं हैं शिक्षा विभाग की क्यों ध्यान नहीं दिया जा रहा स्कूलों में स्कूलों की हालात बद से बद्तर क्यों होती जा रही हैं क्या शहडोल जिला इन्हीं सब बातों को लेकर हमेशा सुर्खियों में बना रहता है अब देखने वाली बात यह है की खबर प्रकाशित करने के बाद क्या कार्रवाई की जाती है या फिर जिम्मेदार साढे रहेंगे चुप्पी
0 Comments